आईं ठीहा प जुटीं सभे !
इ भोजपुरी के अइसन ठीहा ह जाहां रउआ सभे के कुल्हि चीजु मिली...जवन कहीं ना मिलि पावेला...उहो परोसे के कोसिस कईल जाई...भोजपुरी के जवन खांटी सावाद रहल हा...उ अब कमे सुने के मिलता...कगो अइसन चीजु बा जवन अब कहूं ना सुनाला...अइसने कुछु खोजे के कोसिस बा...'भोज पत्तर ' ए दिसा में 'मील के ठीहा' साबित होखे के चाहीं...अइसन उमीद बा...त आईँ सभे अभिए से ए में जुटि जाइल जाउ...
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment